क्रिकेट के भगवान कहे जाने वाले महान बल्लेबाज सचिन तेंदुलकर का 24 अप्रैल 2023 को 50वां बर्थडे मना रहे हैं। इससे पहले ऑस्ट्रेलिया टीम के पूर्व कप्तान रिकी पोंटिंग (Ricky Ponting) ने उनकी जमकर तारीफ की। पोंटिंग ने सचिन को तकनीकी तौर पर बेस्ट बैटर करार दिया है। पोंटिंग ने कहा कि सचिन के पास गेंदबाजों से मिलने वाली हर चुनौती का जवाब होता था।’
सचिन तेंदुलकर के 50वें जन्मदिन पर ‘आईसीसी रिव्यू्’ में पोंटिंग ने अपनी बात रखी। उन्होंने कहा कि ‘मैं पहले भी कह चुका हूं कि तकनीक के मामले में सचिन सर्वश्रेष्ठ बल्लेबाज हैं, जिन्हें मैंने देखा या जिनके साथ या जिनके खिलाफ खेला। गेंदबाजी ईकाई के रूप में हम जो भी रणनीति बनाते थे, उनके पास उसका जवाब होता था। चाहे भारत में हो या ऑस्ट्रेलिया में।
खिलाड़ियों की रैंकिंग करना कठिन
पोंटिंग ने ये भी कहा कि खिलाड़ियों की रैंकिंग करना या उनका आकलन करना कठिन होता है, क्योंकि हर कोई अलग तरह से खेलता है, लेकिन मैंने जिस दौर में खेला है, उसमें सचिन तकनीकी रूप से सर्वश्रेष्ठ थे।’
सचिन-विराट के बीच तुलना पर क्या बोले पोंटिंग
तेंदुलकर और विराट कोहली की तुलना के बारे में पोंटिंग ने कहा कि ‘सचिन के करियर के आखिरी दौर में विराट ने खेलना शुरू किया, लेकिन अब खेल अलग है। अलग नियम है , मसलन 50 ओवर के क्रिकेट में सर्कल के बाहर कम फील्डर होते हैं, दो नई गेंद ली जाती है और अब बल्लेबाजी पहले से आसान हो गई है। तेंदुलकर के दौर में पुरानी गेंद को खेलना बहुत कठिन होता था, क्योंकि उसे रिवर्स स्विंग मिलती थी।
विराट का करियर खत्म होने के बाद दोनों की तुलना करना सही होगा
पोंटिंग ने आगे कहा कि ‘जब सचिन वनडे खेलते थे तब 50 ओवर के बाद गेंद की शक्ल बदल जाती थी, उन्हें रिवर्स स्विंग मिलती थी जो आज देखने को नहीं मिलती। विराट बेहद प्रतिभाशाली खिलाड़ी हैं, उनके नाम 70 से अधिक अंतरराष्ट्रीय शतक हैं। सचिन ने सौ शतक बनाए हैं। विराट का करियर खत्म होने के बाद दोनों की तुलना करना सही रहेगा।
लंबे समय तक खेलना बेहद कठिन
मैं खिलाड़ी की काबिलियत का आकलन इस आधार पर करता हूं कि वह कितने साल खेल सका। यह सही तरीका इसलिए है, क्योंकि इतने लंबे समय तक लगातार अच्छा खेलना आसान नहीं होता। कुछ खिलाड़ी आते हैं और तीन चार साल तक दुनिया के सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी लगते हैं, लेकिन लंबे समय तक टिकना कठिन होता है और सचिन बीस साल से ज्यादा लगातार अच्छा खेला है।’