नगर समेत आसपास के गांवों में गौरा गौरी उत्सव की धूम रही। पिछले साल कोरोना की वजह से उत्सव फीका था लेकिन इस बार गांवों में बड़े पैमाने पर उत्सव मनाया गया। गांव से लेकर शहर तक पारंपरिक बाजे की थाप पर लोग झूमते गाते रहे।
नगर के सारथी मोहल्ला में भी गौरा गौरी की मूर्ति स्थापित कर पूजा की गई। दूसरे दिन यात्रा विसर्जन शोभा यात्रा निकाली गई। इस मौके पर लोग गाजे-बाजे के साथ गौरा-गौरी के गीतों पर थिरकते रहे। गौरी गौरा की बारात निकाली जो पूरे नगर की गलियों का भ्रमण करते हुए। नगर में गौरी -गौरा महोत्सव के बाद नगर पालिका के पीछे आगर नदी में विसर्जित किया गया। इस मौके पर नागरिक सहित बड़ी संख्या में लोग शामिल हुए।